इन दिनों विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri Manipur) ‘द कश्मीर फाइल्स’ को नये रूप देकर ओटीटी पर रिलीज करने की तैयारी में लगे हुये हैं।उन्होने इसे एक वेब सीरीज की शक्ल दी है। इस वेब सीरीज का नाम ‘द कश्मीर फाइल्स अनरिपोर्टेड’ है। बीते शुक्रवार को इस वेब सीरीज का ट्रेलर भी रिलीज किया गया है । इस बीच विवेक अग्निहोत्री को ट्रोल करते हुये दर्शकों ने लिखा,’ उन्हें मणिपुर फाइल्स भी बना लेनी चाहिए ।
इस बात के जवाब में फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri Manipur) ने ट्विटर पर एक यूजर को जवाब देते हुये कहा कि , जिसने उनसे ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द ताशकंद फाइल्स’ की सफलता के बाद ‘द मणिपुर फाइल्स’ बनाने के लिए कहा था। दरअसल विवेक अग्निहोत्री ने कश्मीर में हुए नरसंहार को लेकर पोस्ट किया था।इसी पोस्ट के जवाब में एक यूजर ने उनसे मणिपुर फाइल्स बनाने की बात कह दी थी । बीते शुक्रवार को विवेक अग्निहोत्री की वेब सीरीज ‘द कश्मीर फाइल्स अनरिपोर्टेड’ के ट्रेलर रीलीज़ हुआ था।
वेब ‘द कश्मीर फाइल्स अनरिपोर्टेड’ को लेकर बात करते हुए विवेक ने शुक्रवार को ट्विटर पर पोस्ट किया, जिसमें वह कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार की बात करते दिखे। विवेक ने ट्वीट किया, ‘भारतीय न्यायपालिका कश्मीरी हिंदू नरसंहार पर अंधी और बहरी बनी रही। अभी भी हमारे संविधान में किए गए वादे के अनुसार कश्मीरी हिंदुओं के अधिकार और उनकी रक्षा करने में हमारी सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई हैं।’
यूजर ने की मणिपुर फाइल्स बनाने की बात
इसी पोस्ट पर एक यूजर ने रिएक्ट कियाऔर जवाब देते हुये लिखा, उन्होंने लिखा, ‘समय बर्बाद मत करो, जाओ और एक फिल्म मणिपुर फाइल्स (Vivek Agnihotri Manipur) बनाओ ,अगर तुम्हारे अंदर वाकई सच दिखाने की ताकत है।” इस ट्वीट का जवाब देते हुए विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि क्या सारे विषयों पर वही फिल्म बनाएंगे, तो फिल्म इंडस्ट्री के बाकि फिल्ममेकर क्या करेंगे।
मणिपुर फाइल्स बनाने पर विवेक अग्निहोत्री का जवाब
फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ बनाने वाले विवेक अग्निहोत्री ने जवाब में लिखा, ‘शुक्रिया कि आपने मुझे पर ये विश्वास दिखाया। पर माफी चाहता हूँ लेकिन सारी फिल्में मुझसे ही बनवाओगे क्या यार। आपकि ‘इंडिया टीम’ में कोई फिल्ममेकर नहीं है क्या।’
क्या हुआ मणिपुर में
बीते लगभग दो महीनों से मणिपुर राज्य में हिंसा चल रही है। राज्य में 3 मई को कुकी समुदाय और मेतई समुदाय के बीच जन-जातीय दर्जा को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे थे जो बाद में हिंसा में बदल गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक मणिपुर में 150 से ज्यादा लोगों की इस हिंसा में जान चली गई है वही 50 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।राज्ये में इंटरनेट भी 2 महीने से बंद था।