फिल्म ‘ओपेनहाइमर‘ (Oppenheimer) 21 जुलाई को दुनिया भर में रीलीज़ हुई । फिल्म को जहां एक तरफ दर्शकों द्वारा पसंद किया जा रहा है तो वही दूसरी तरफ इस फिल्म लेकर बवाल (Oppenheimer Controversy) देखने को मिल रहा है।इस फिल्म में कुछ ऐसे सीन्स दिखाए गए हैं जो भगवत गीता का अपमान करते हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि लोगों का कहना है। इसी वजह से इस फिल्म का विरोध हो रहा है।
क्रिस्टोफर नोलन ने इस फिल्म को बनाया है फिल्म ‘ओपेनहाइमर’ जहां एक तरफ तो देश और दुनिया में धमाल मचा रही है, वहीं दूसरी तरफ फिल्म पर विवाद (Oppenheimer Controversy) के काले बादल छाने लगे हैं। फिल्म ‘ओपेनहाइमर’ ने महज दो दिनों के अंडर वर्ल्डवाइड 800 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर लिया है। दरअसल इस फिल्म में एक इंटीमेट सीन है जिसे लेकर पूरा बवाल है उस सीन में भगवद गीता के श्लोक भी है ,जिसके कारण कुछ लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो गई हैं।
वही ‘सेव कल्चर सेव इंडिया फाउंडेशन’ का कहना है कि ‘ओपेनहाइमर’फिल्म में ऐसे सीन्स हैं, जो हिंदू धर्म पर तीखा हमला करते हैं। इस फिल्म के एक सीन में दिखाया गया है कि एक औरत एक पुरुष के साथ सेक्स करते समय जोर-जोर से भगवत गीता पढ़ रही है। सोशल मीडिया पर भी यूजर्स ने मेकर्स से अपील की है कि वह फिल्म के इन सीन्स को तत्काल हटाएं।
भगवत गीता भगवान श्री कृष्ण द्वारा मानव सभ्यता को दिया गया एक दिव्य उपहार है। भगवत गीता, हिंदू धर्म के सबसे प्रतिष्ठित ग्रंथों में से एक माना जाता है। गीता अनगिनत संन्यासियों, ब्रह्मचारियों और महापुरूषों के लिए प्रेरणा का स्रोत रही है जो संयम का जीवन जीते हैं और निःस्वार्थ महान कार्य करते हैं। हर कोई हैरान है कि CBFC ने इस सीन के साथ फिल्म को कैसे मंजूरी दे दी।लोगों का कहना है की ये सब जानबूझ कर किया गया है।
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‘जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़’
‘सेव कल्चर सेव इंडिया फाउंडेशन’ ने कहा, ‘हम बहुत अजीबो गरीब दुनिया में रह रहे हैं। कुछ लोग हिन्दू धर्म को निशाना जानबूझ कर बना रहें है। इसलिए भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा तत्काल आधार पर इस इस पूरे मामले की जांच करवानी चाहिए और इसमें शामिल सभी दोषियो को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
जैसा कि हाल ही में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कहा पिछले कुछ वर्षों में अदालतों ने भी देखा है, हम लोगों को जो मनोरंजन मिलता है वह जनता की सांस्कृतिक और नैतिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला होता है। ऐसा किसी साजिश के तहत ही हो रहा है। जनता या दर्शकों को अपने मूल्यों पर बार-बार होने वाले हमलों से लड़ना चाहिए क्योंकि कॉन्टेंट क्रिएटर्स को क्रिएटिविटी के नाम पर कुछ भी बनाने की खुली छूट नहीं दी जा सकती मिलती है। इसके खिलाफ हम सब को आवाज उठानी होगी तभी इस तरह की चीजों पर रोक लग सकती है।
फाउंडेशन ने की अपील
‘सेव कल्चर सेव इंडिया फाउंडेशन’ ने देश की जनता की ओर से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से अपनी शिकायत करते हुये आग्रह किया है कि वह हिंदु धर्म की पूजनीय पवित्र किताब भगवत गीता की गरिमा को बनाए रखने के लिए सब कुछ करना चाहिए , इसमें शामिल लोगों को सजा दी जानी चाहिए ताकि यह लोग भविष्य में ऐसी चीजें दोबारा न करें ।
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
यही नहीं सोशल मीडिया पर भी इस फिल्म को लेकर बड़े स्तर पर बवाल देखा जा रहा है। ‘परमाणु बम के जनक’ के रूप में जाने जाने वाले जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर के जीवन के बारे में बनी फिल्म में, एक इंटीमेट सीन है,जिसमे सेक्स के दौरान एक महिला भगवद गीता का श्लोक पढ़ रही है। इसी सीन को लेकर लोगों में काफी नाराजगी (Oppenheimer Controversy) है। यही सब देखकर कई भारतीय फिल्म प्रेमी नाराज हो गए हैं। कई दर्शकों ने ट्विटर पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि सेंसर बोर्ड ने इस सीन को कैसे मंजूरी दे दी है।